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संज्ञा |
संज्ञा की परिभाषा, प्रकार एवं उदाहरण
संज्ञा किसे कहते है?
संज्ञा की परिभाषा - किसी व्यक्ति , वस्तु , स्थान , प्राणी , भाव , गुण , अवस्था या क्रिया के व्यापार अथवा नाम को संज्ञा कहते हैं।
संज्ञा के कितने भेद होते है?
संज्ञा के मुख्य रूप से तीन भेद होते है, लेकिन सामान्य रूप से पांच भेद होते है, जो निम्न प्रकार है:-- व्यक्तिवाचक संज्ञा
- जातिवाचक संज्ञा
- भाववाचक संज्ञा
- द्रव्यवाचक संज्ञा
- समुदायवाचक संज्ञा
जातिवाचक संज्ञा किसे कहते है?
जातिवाचक संज्ञा की परिभाषा – जिन शब्दों से किसी एक व्यक्ति , वस्तु अथवा स्थान का बोध ना होकर, अपितु पूरे जाति अथवा समूह का बोध हो , वहां जातिवाचक संज्ञा माना जाता है।
जातिवाचक संज्ञा के उदाहरण – फल (अंगूर , सेब , आम , संतरा आदि), फूलों (बेला , चमेली , गुलाब , गेंदा आदि), सब्जियों (मटर , गोभी , टमाटर, प्याज आदि), व्यक्तियों (अध्यापक , वकील , पुलिस आदि), स्थानों (मंदिर , मस्जिद , विद्यालय , न्यायालय आदि), द्रव्यों (सोना , पीतल , तांबा , लोहा आदि), वस्तुओं (गेहूं , पुस्तक, मेज , कुर्सी आदि)
व्यक्तिवाचक संज्ञा किसे कहते है?
व्यक्तिवाचक संज्ञा की परिभाषा – जिन शब्दों के माध्यम से प्राणी स्थान वस्तु आदि के नाम का बोध होता है उन्हें व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं।
व्यक्तिवाचक संज्ञा के उदाहरण - व्यक्तिय (नरेंद्र , सुरेंद्र , सीता , मोहन आदि), स्थानों (दिल्ली, मुंबई , लंदन , अमेरिका आदि), पुस्तक (गीता , रामायण , पंचतंत्र आदि), पर्वत पहाड़ (कैलाश, हिमालय आदि), नदियों (गंगा , यमुना , कावेरी , सतलुज आदि), दिन महीने तथा त्योहार के नाम आदि उदाहरण व्यक्तिवाचक संज्ञा के उदाहरण है।
भाववाचक संज्ञा किसे कहते है?
भाववाचक संज्ञा की परिभाषा – व्यक्ति , वस्तु अथवा स्थान के गुण – दोष , अवस्था , दशा , धर्म , आदि का बोध होता हो वहां भाववाचक संज्ञा माना जाता है।
भाववाचक संज्ञा के उदाहरण - दया , क्रोध , बुढ़ापा , बचपना , मित्रता , शत्रुता , इमानदारी, बचपना , जवानी , प्रभुता , मानवता , लेख , कारीगरी , सज्जनता , मनुष्यता ,
द्रव्यवाचक संज्ञा किसे कहते हैं?
द्रव्यवाचक संज्ञा की परिभाषा - जो शब्द किसी धातु या द्रव्य का बोध करते हैं, द्रव्यवाचक संज्ञा कहलाते हैं। जैसे- कोयला, तेल, पेट्रोलियम आदि।द्रव्यवाचक संज्ञा के उदाहरण -
- मेरे पास सोने के आभूषण हैं।
- मुझे दाल पसंद है।
समुदायवाचक संज्ञा किसे कहते हैं?
समुदायवाचक संज्ञा की परिभाषा - जिन संज्ञा शब्दों से किसी भी व्यक्ति या वस्तु के समूह का बोध होता है, उन शब्दों को समूहवाचक या समुदायवाचक संज्ञा कहते हैं। जैसे- भीड़, झुंड आदि।समुदायवाचक संज्ञा के उदाहरण -
- मेरे परिवार में चार सदस्य हैं।
- भारतीय सेना दुनिया की सबसे बड़ी सेना है।
जातिवाचक से भाववाचक संज्ञा का निर्माण -
- राष्ट्र – राष्ट्रीयता
- बूढ़ा – बुढ़ापा
- शत्रु – शत्रुता
- युवा – यौवन
- बूढ़ा – बुढ़ापा
- वक्ता – वक्तृत्व
- कवि – कवित्व
- पिता – पितृत्व
- देव – देवत्व
- लड़का – लड़कपन
- बच्चा – बचपन
- सज्जन – सज्जनता
- सेवक – सेवा
- आलसी – आलस्य
- शिक्षक – शिक्षा
- विधवा – वैधव्य
- भाई – भाईचारा
विशेषण से भाववाचक संज्ञा का निर्माण –
- नागरिक – नागरिकता
- खामोश – खामोशी
- कृतज्ञ – कृतज्ञता
- लंबा – लंबाई
- बुरा – बुराई
- गर्म – गर्मी
- स्तब्ध – स्तब्धता
- कुशल – कौशल
- गहरा – गहराई
- हरा – हरियाली
- उपयोगी – उपयोगिता
- सफल – सफलता
- गरीब – गरीबी
- बुद्धिमान – बुद्धिमता
- अच्छा – अच्छाई
- मलीन – मलिनता
- नीच – नीचता
- तीखा – तीखापन
- गंभीर – गंभीरता
- नम्र – नम्रता
- कोमल – कोमलता
- आजाद – आजादी
- सरल – सरलता
- भला – भलाई
- क्रूर – क्रूरता
- मोटा – मोटापा
- व्यस्त – व्यस्तता
- मुक्त – मुक्ति
- ईमानदार – इमानदारी
- हरा – हरियाली
- लाल – लालीमा
सर्वनाम से भाववाचक शब्दों का निर्माण -
- माम – ममता
- स्व – स्वत्व
- अहं – अहंकार
- सर्व – सर्वस्व
- तत् – तत्व
- आप – आपा
क्रिया के शब्दों से भाववाचक संज्ञा शब्दों का निर्माण -
- उतरना – उतराई
- चढ़ना – चढ़ाई
- हारना – हार
- मारना – मार
- लूटना – लूट
- लिखना – लिखाई
- थकना – थकावट
- खोजना – खोज
- जीना – जीवन
- सजाना – सजावट
- पहनना – पहनावा
- कमाना – कमाई
- पालना – पालन
- बुलाना – बुलावा
- रपटना – रपट
- चलना – चाल
- हंसना – हंसी